मावल के युवा बना रहे है 'डिस्पोजेबल मास्क'
पुणे - कोरोना की लड़ाई में हर कोई अपना योगदान देने का प्रयास कर रहा है. मावल तहसील के कुछ युवाओ ने एकत्रित अनुसन्धान करके मास्क बनाने का मशीन और डिस्पोजेबल मास्क की निर्मिती की है. उनके इस अविष्कार के कारण सस्ते एवं अच्छे मास्क उपलब्ध हो चुके है.
मावल के बेबेडोहोल स्थित सोलेस हुजियानिओ प्रायव्हेट लिमिटेड के माध्यम से विशाल सांगडे, धीरज डेरे, दिनकर भिलारे, आशीष पायगुडे, नितीश सांगडे और पियुष मेंडेकर ने यह अनुसन्धान किया है. सब मेकॅनिकल इंजिनजर है. विशाल सांगडे अमेरीका से एमएस और पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से पढ़े है.
इस संदर्भ में बोलते हुए विशाल सांगडे ने कहा, "कोरोना के संक्रमण को शुरुवात हुई तब मास्क की कमी थी. हम पहले से सैनिटरी नैपकिन बनाने के उद्योग में है और 'विनहर' नामसे यह सैनिटरी नैपकिन मार्केट में है. तभी हमने सोचा की हम मास्क का निर्माण कर सकते है.
लॉकडाऊन के कारन इसका उत्पादन करना एक बड़ी चुनौति थी. उसके लिए मशिनरी नही थी. तब हमने खुद मशीन बनाने की ठान ली. मशीन बनाकर मास्क का उत्पादन शुरू किया. इसमें अपर जिलाधिकारी साहेबराव गायकवाड, तहसीलदार मधुसूदन बर्गे, रोटरी तळेगाव दाभाडे सिटी के अध्यक्ष मनोज ढमाले और श्रीदया फाउंडेशन के राज देशमुख का सहयोग महत्वपूर्ण रहा."
"पुणे के ससून और नायडू इन दोनों ही अस्पतालों को २५००० मास्क मुफ्त देने का इस कंपनी का मानस है. यह मास्क तीन लेअर का है और ९५ प्रतिशत सुरक्षा देनेवाले है. बॅक्टेरिया फिल्टर उच्च श्रेणी का है. इस मशीन की उत्पाद क्षमता प्रतिदिन एक लाख मास्क बनाने की है.
यह समय देश के लिए कुछ करने का है, इसलिए हम इसमें नफा देख नहीं रहे है. विविध संस्थांन के माध्यम से जरूरतमंद लोगो को यह मास्क दिए जाने वाले है. जल्दही हम इसका पेटंट फाईल करनेवाले है," ऐसा भी विशाल सांगडे ने कहा.
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