अजय मिश्रा 'टेनी' बोले, राकेश टिकैत हताश और निराश, हम उनसे ज्यादा बड़़े किसान
टिकैत पर अपने प्रहार को और तेज करते हुए 'टेनी' ने कहा कि इसको हम लोगों ने देखा है, 2 बार चुनाव लड़ा और दोनों बार जमानत जब्त हो गई। इस तरह का व्यक्ति किसी का विरोध करता है तो उसका कोई मतलब नहीं होता है इसलिए इस तरह के लोगों को मैं जवाब नहीं देता।
केंद्रीय मंत्री ने समर्थकों से कहा कि आपने मुझे जो ताकत दी है, उससे मुझे आत्मविश्वास आया है और मैं यही कहूंगा कि आप मुझे इसी तरह की ताकत देते रहिए, आप सबकी ताकत के बल पर चाहे जितने राकेश टिकैत आएं। मैं राकेश टिकैत को बहुत अच्छी तरह जानता हूं, दो कौड़ी का आदमी है।
तिकोनिया कांड में 'टेनी' की बर्खास्तगी समेत विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किसानों ने गत गुरुवार को सुबह से राजापुर मंडी समिति परिसर में 75 घंटे का धरना आयोजित किया था, इसमें राकेश टिकैत भी शामिल हुए थे।
टिकैत ने धरना प्रदर्शन के दौरान बातचीत में कहा कि किसानों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि तिकोनिया कांड को लेकर 'टेनी' की बर्खास्तगी के साथ-साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए कानून भी किसानों का एक बड़ा मुद्दा है। अपने समर्थकों को दिए गए भाषण के एक वीडियो में मिश्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया।
वीडियो में मिश्रा खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहते सुनाई दे रहे हैं कि इसी से उनकी (टिकैत की) राजनीति चलती है, इसी से उनकी रोजी-रोटी चल रही है तो वो अपना चलाएं, समय आने पर जवाब दिया जाएगा। इतना जरूर कह सकता हूं मैंने अपने जीवन में कभी कोई गलत कार्य नहीं किया है।
वीडियो में उनके समर्थन में नारेबाजी कर रहे समर्थकों को आश्वासन देते हुए केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि दुनिया में कोई आपको निराश नहीं कर पाएगा। राकेश टिकैत कितने भी आ जाएं। लगातार दूसरी बार भाजपा के टिकट पर खीरी से लोकसभा चुनाव जीतने वाले 'टेनी' ने कहा कि मान लीजिए, हम तेज रफ्तार गाड़ी से कहीं लखनऊ जा रहे हैं तो सड़क पर कई बार कुत्ते भौंका करते हैं। कई बार कुत्ते गाड़ी के पीछे दौड़ने लगते हैं, यह उनका स्वभाव होता है। उसके लिए मैं कुछ नहीं कहूंगा। जिसका जो स्वभाव होता है, वे उसके अनुरूप व्यवहार करता है। लेकिन हमारे लोगों का ऐसा स्वभाव नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों पर भी निशाना साधते हुए वीडियो में कहा कि लोग सवाल उठाते रहते हैं। कई बेवकूफ पत्रकार भी हैं जिनका पत्रकारिता से कोई नाता नहीं है लेकिन उल्टी-सीधी बात कर वे भ्रम पैदा करने की कोशिश करते हैं। केंद्रीय मंत्री ने कार्यकर्ताओं के उत्साह के बीच शे'र भी सुनाया- 'मुझको तुम बरखा न समझो, आग का दरिया हूं मैं/ ये तो मजबूरी है मेरी, अपने आप में जलता हूं मैं।'
इस बीच केंद्रीय मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाकियू नेता टिकैत ने पत्रकारों से कहा कि अरे, हम तो छोटे आदमी हैं, वह बड़ा आदमी है। 50 हजार आदमी लेकर गए थे, 3 दिन तक उनके यहां पर रहे तो आदमी गुस्से में कुछ न कुछ तो कहेगा ही। उसका लड़का 1 साल से जेल में बंद है तो आदमी गुस्सा कहां उतारेगा?
उन्होंने कहा कि हमें इनके बयानों पर नहीं जाना है, हम तो जो भी काम करते हैं, जमीन पर करते हैं। एक मुक्ति अभियान-सा लगा लखीमपुर में। वहां दहशत बहुत है। अबकी 3 दिन रहे, आगे 13 दिन रह लेंगे। उन्होंने आरोप लगाया वे (टेनी) गवाहों को डराने का काम करते हैं। लखीमपुर खीरी की घटना पर न्याय हमारी प्रमुख मांग है। कहीं भी आंदोलन होगा तो यह मांग प्रमुखता से रहेगी।
गौरतलब है कि पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र 'टेनी' के गांव जा रहे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध के दौरान तिकोनिया गांव में हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोग मारे गए थे। इस मामले में 'टेनी' के बेटे आशीष मिश्रा को बतौर मुख्य आरोपी गिरफ्तार किया गया है।(भाषा)
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