असम का औसत तापमान 2050 तक बढ़ सकता है 2.2 डिग्री सेल्सियस
मंत्री ने ‘जलवायु परिवर्तन पर असम राज्य कार्य योजना’ (एएसएपीसीसी) रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारी बारिश की घटनाओं में भी 38 प्रतिशत तक वृद्धि देखी जा सकती है।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक मृणाल सैकिया द्वारा प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा कि जलवायु की विपरीत परिस्थितियों का प्रभाव देश में सबसे ज्यादा असम पर पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि इस मामले में असम के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अनुसार भी राज्य पांचवें स्थान पर है। उन्होंने कहा, असम के लिए जलवायु परिवर्तन का पूर्वानुमान यह कहता है कि 1971-2000 को आधार मानकर चलें तो इस शताब्दी के मध्य तक असम का औसत तापमान 1.7 से 2.2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
महंता ने कहा कि 1951 से 2010 के बीच, राज्य में वार्षिक औसत तापमान में 0.59 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि राज्य कार्ययोजना के अनुसार, भारी बारिश की वजह से होने वाली घटनाओं में भी 5.38 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।(भाषा)
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