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`हेबर` ने किया पुणे में एआई-संचालित लैब का उद्घाटन

पर्यावरण के अनुकूल केमिस्ट्री के विकास को मिलेगी तेजी



पुणे : भारत का एक स्टार्टअप `हेबर` ने घोषणा की है कि वह अपनी मौजूदा सुविधा का विस्तार कर रहा है और इसमें अपनी तरह की पहली अनूठी लैबोरेटरी भी होगी, जो कि रासायनिक शोध, प्रयोग और एनालिटिकल सेन्सर के विकास पर फोकस करेगी।


कंपनी का फ्लैगशिप प्रोडक्ट एलिक्सा एआई से संचालित एक उपकरण है, जो कि फैक्ट्री  सैम्पल कलेक्शन, मेजरमेंट, एनालिसिस और इंटरवेंशन की कठिन मैनुअल प्रक्रियाओं को ऑटोमेट करने में मदद करता है। लैबोरेटरी का उद्घाटन नेशनल केमिकल लैबोरेटरी (एनसीएल) के निदेशक डॉ. आशीष लेले ने किया।  


हेबर ने अब तक अॅक्सेल, एलिव्हेशन कैपिटल, एसेंट कैपिटल, बीनेक्स्ट, टेमासेक पार्टनर मुकुल चावला और ग्रे ऑरेंज के संस्थापकों से 27 मिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश जुटाया है।  


नई लैबोरेटरी की शुरूआत एक महत्वपूर्ण समय पर हुई है, जब एआई अधिकतम दक्षता को हासिल करने और उसे प्रेरित करने के लिये जरूरी बन चुकी है। हेबर का लक्ष्य एआई के इस्तेमाल से ग्राहकों की रासायनिक और ज्यादा पानी वाली प्रक्रियाओं के उत्पादन और दक्षता को बढ़ाना है।


एआई के प्रभाव को ज्यादा स्पष्ट बनाने के लिये हेबर ने पुणे में अपनी नई लैबोरेटरी के साथ केमिकल और सेंसर डेवलपमेंट में गहन खोज की है। उद्योग विशेषज्ञों की इन-हाउस टीम के सहयोग से शोध पर्यावरण के अनुकूल केमिस्ट्रीज को फॉर्मूलेट करने की दिशा में होगा, जिनका कार्बन फुटप्रिंट सबसे कम हो।


सेन्सर डेवलपमेंट में सबसे नई टेक्नोलॉजी से सुसज्जित इस लैबोरेटरी का लक्ष्य  डेटा  की सैम्पलिंग और कलेक्शंन की प्रक्रिया को ज्यादा बेहतर बनाना भी है। लक्ष्य है सटीक रीडिंग लेना, ताकि  एलिक्सा जिस डेटा का विश्लेषण करती है, उसकी गुणवत्ता में सुधार आ सके।


नेशनल केमिकल लैबोरेटरी (एनसीएल) के निदेशक डॉ. आशीष लेले ने कहा, “यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि हेबर जैसे ऑर्गेनाइजेशन शोध एवं विकास पर ध्यान दे रहे हैं और केमिकल सेक्टर में एआई/एमएल टूल्स  के प्रयोग जैसे उभरते क्षेत्रों में वैश्विक आधार पर प्रतिस्पर्द्धी समाधान लेकर आ रहे हैं। इससे भारतीय कंपनियों की तकनीकी क्षमताएं साबित होती हैं।”


हेबर के सीईओ विपिन राघवन ने कहा, “नवाचार हमेशा से हेबर के मूल में रहा है, चाहे  एलिक्सा  के माध्यम से प्रक्रिया उत्पादन में एआई/एमएल को शामिल करना हो या काइज़ेन के माध्यम से डेकल मैचिंग  करते हुए ट्रिम लॉस को कम करना।


अपनी लैब के लॉन्च के साथ हमारा लक्ष्य सरल है, अपने ग्राहकों को यथासंभव सर्वश्रेष्ठ  समाधान प्रदान करना। हर प्रयोग के लिये एनालीटिकल सेन्सर और ऑप्टिकल केमिस्ट्री  के विकास के साथ  एलिक्सा जैसे अपने उत्पादों से हमें यह हासिल करने में मदद मिलेगी।”


हालिया डेवलपमेंट्स के साथ हेबर  का दुनियाभर में प्रक्रिया उत्पादन उद्योगों को उच्च-स्तर  की सेवाएं देने के अपने लक्ष्य  को सहयोग देते हुए एक मजबूत टीम बनाने का इरादा है। साथ ही यह अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाना चाहता है। ऑटोमेशन से होने वाली प्रगति से प्रेरित एक लैबोरेटरी का विकास इसका सबसे बढ़िया उदाहरण है।


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