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`स्विगी` ने शुरू की फ्री, फास्‍ट और ऑन-डिमांड एंबुलेंस सर्विस

अपने डिलीवरी एग्‍ज़ीक्‍युटिव्‍स एवं उन पर आश्रित परिजनों के लिए उपक्रम



मुंबई : भारत के अग्रणी ऑन-डिमांड कन्‍वीनिएंस प्‍लेटफार्म स्विगी ने अपने कार्यशुदा डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स तथा उन पर आश्रित परिजनों की सुविधा के लिए एक मुफ्त एंबुलेंस सेवा शुरू की है।


स्विगी ने इंडस्‍ट्री में अपनी तरह की इस अनूठी पहल के लिए डायल4242 एंबुलेंस सर्विसेज़ के साथ भागीदारी की है। स्विगी के डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए टोल फ्री नंबर 1800 267 4242 पर कॉल कर सकते हैं। अगर कॉल करना मुमकिन नहीं हो तो वे किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में, डिलीवरी से पहले, दौरान या बाद में, अपनी पार्टनर ऍप पर ही एसओएस बटन को टैप कर भी इस सेवा तक पहुंच सकते हैं।  


इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की कागज़ी कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं है, डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स को केवल अपनी पार्टनर आईडी की पुष्टि करनी होगी। 


स्विगी ने अपनी इस सेवा को बेंगलुरु, दिल्‍ली, एनसीआर, हैदराबाद, मुंबई, पुणे और कोलकाता में प्रायोगिक आधार पर शुरू करने के बाद अब देशभर में इसे लॉन्‍च कर दिया है। अब तक टैस्‍ट रन और अन्‍य मामलों के आधार पर, इसका औसत रिस्‍पॉन्‍स टाइम 12 मिनट दर्ज किया गया है। डायल4242 मामले की गंभीरता को ध्‍यान में रखकर, बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस, कार्डियाक एंबुलेंस, एएलएस (एडवांस्‍ड लाइफ सपोर्ट), इंटर-स्‍टेट एंबुलेंस, कोविड-19 एंबुलेंस, तथा शव वाहनों को तत्‍काल रवाना कर सकती है। 


यह सेवा उन डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स तथा उन पर आश्रित परिजनों (पति/पत्‍नी तथा दो बच्‍चों) के लिए मुफ्त है जो स्विगी द्वारा उपलब्‍ध कराई इंश्‍योरेंस के तहत् कवर हैं। डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स अपने परिवार के उन सदस्‍यों के लिए भी रियायती खर्च पर इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं जो इंश्‍योरेंस के तहत् कवर नहीं हैं। 


मिहिर राजेश शाह, हैड ऑफ ऑपरेशंस, स्विगी ने कहा, ''स्विगी अपने डिलीवरी एग्‍ज़ीक्‍युटिव्‍स की सुरक्षा को लेकर काफी सजग है और पिछले कुछ वर्षों में हमने ऐसे प्रोडक्‍ट्स और नीतियों को पेश किया है जो उनकी सुरक्षा तथा खुशहाली को सर्वोच्‍च प्राथमिकता देती हैं।


हर दिन हमारे डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स लाखों डिलीवरी सुगमतापूर्वक करते हैं, लेकिन इमरजेंसी के हालात कभी भी, बिना बताए सामने आ सकते हैं। इसे ध्‍यान में रखकर, स्विगी ने फ्री एंबुलेंस सेवा शुरू की है जो फास्‍ट, ऑन-डिमांड और व्‍यापक होने के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर सहायता और सुरक्षा के साथ-साथ मानसिक सुकून भी देती है।'' 


किसी प्‍लेटफार्म द्वारा इंडस्‍ट्री में अपनी तरह के इस अनूठी पहल के बारे में, जितेंद्र लालवाणी, को-फाउंडर, डाल4242 ने कहा, ''हम सभी सड़कों पर हमेशा सैंकड़ों डिलीवरी एग्‍ज़ीक्‍युटिव्‍स को यहां से वहां डिलीवरी के लिए आते-जाते हुए देखते हैं।


लेकिन अन्‍य देशों में 911 जैसी आपातकालीन सहायता की तुलना में हम आपातकालीन परिस्थितियों में अक्‍सर महत्‍वपूर्ण समय गंवा देते हैं। हमें खुशी है कि स्विगी ने अपने डिलीवरी फ्लीट के लिए यह पहल की है और डायल4242 के साथ भागीदारी की है। हमारे पास देश के 500 से ज्‍यादा शहरों में 10000 से अधिक एंबुलेंस हैं जो अलग-अलग क्षमताओं/सुविधाओं से सुसज्जित हैं और कुछ ही मिनटों में दुर्घटना के शिकार/मरीज़ को ज़मीनी स्‍तर पर सहायता प्रदान कर बहुमूल्‍य जीवन बचाने में सक्षम हैं।


स्विगी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स के लिए डायल4242 नज़दीकी कैशलैस अस्‍पताल की भी पहचान करती है ताकि उन्‍हें समय पर इलाज की सुविधा मिल सके। इसके अलावा, डायल4242 मरीज़ का इलाज शुरू होने तक इंतज़ार करेगी। हमें उम्‍मीद है कि यह पहल अन्‍य प्‍लेटफार्मों के लिए भी अनुकरणीय साबित होगी।'' 


पुणे के एक डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव अनवरपाशा सैयद, जो कि इस सेवा का लाभ उठा चुके हैं, ने बताया, ''मैंने स्विगी हॉटलाइन टीम से संपर्क किया और 15 मिनट के अंदर दुर्घटना स्‍थल पर एक एंबुलेंस पहुंच गई। उन्‍होंने मुझे उस अस्‍पताल में पहुंचाया जो मैंने उन्‍हें बताया था और मुझे शरीर पर आयी कुछ बड़ी खरोंचो/ चोट आदि का समय पर इलाज मिल गया। यह स्विगी की शानदार पहल है और मैं अपने सहयोगी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स को इसकी जानकारी दूंगा।'' 


गुरुग्राम के एक अन्‍य एग्‍जीक्‍युटिव्‍स संजीव कुमार ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया, ''मैंने टोल फ्री नंबर से सीधे संपर्क किया और 10 मिनट के भीतर ही मेरे पास एक एंबुलेंस पहुंच गई। मैं इस तत्‍काल और मुफ्त सेवा के लिए स्विगी का आभारी हूं।''


स्विगी ने 2021 में एक इमरजेंसी सपोर्ट सर्विस (ईएसएस) की शुरुआत करते हुए पार्टनर ऍप पर एसओएस बटन उपलब्‍ध कराया था जिसके जरिए डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स चुपचाप स्विगी हॉटलाइन, एंबुलेंस या पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। सभी डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स को एक पहचान पत्र (आईडी कार्ड) भी दिया गया है जिसमें उनका इमरजेंसी कॉन्‍टैक्‍ट तथा ब्‍लड ग्रुप दर्ज है।


इस सर्विस के साथ ही, स्विगी ने अपने डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स के लिए एक एक्टिव इमरजेंसी सपोर्ट सुविधा की शुरुआत की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दुर्घटना के चलते आपातकालीन स्थिति में उन्‍हें जल्‍द से जल्‍द सहायता मिल सके।


स्विगी के प्‍लेटफार्म से इस समय देशभर में 3 लाख से ज्‍यादा डिलीवरी एग्‍जीक्‍युटिव्‍स जुड़े हैं। उन्‍हें दुर्घटना बीमा तथा मेडिकल कवर, पर्सनल लोन, कानूनी सहायता, कोविड आजीविका सहायता, दुर्घटना या स्‍वास्‍थ्‍यलाभ के दौरान आमदनी सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, मृत्‍युशोक होने पर अवकाश, समय-समय पर ऑफ और मैटरनिटी अवकाश जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। 

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