2000 के नोट बदलने में बैंक के होंगे 144 करोड़ मिनट बर्बाद! नई नोटबंदी पर कांग्रेस का गणित
कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार भारतीय मुद्रा की साख दाव पर लगा रही है और यह ‘नोट बदलने का कार्यक्रम’ नहीं, बल्कि ‘कालाधन रखने वालों के भव्य स्वागत का कार्यक्रम है।’
वल्लभ के मुताबिक, देश में 3.62 लाख करोड़ रुपए मूल्य के दो हजार के नोट नकदी के रूप में मौजूद हैं तथा इन 2000 रुपये के कुल नोटों की संख्या 181 करोड़ है।
उन्होंने कहा कि अगर एक व्यक्ति एक बार में 2000 के 5 नोट बदलता है तो बैंकों को अगले 4 महीने में 36 करोड़ बार-बार लेन-देन करने होगा। एक लेन-देन में 4 मिनट भी लगे तो अगले 4 महीने में नोट बदलने में बैंकों के लगभग 2.5 करोड़ घंटे लगेंगे। यानी अगले 4 महीनों में बैंकों की शाखाएं सिर्फ नोट बदलने में व्यस्त रहेंगी।
अगर एक व्यक्ति एक बार में ₹2000 के 5 नोट बदलता है तो बैंकों को अगले 4 महीने में 36 करोड़ ट्रांजैक्शन करने होंगे।
— Congress (@INCIndia) May 23, 2023
एक लेन-देन में 4 मिनट भी लगे तो अगले 4 महीने में नोट बदलने में बैंकों के लगभग 2.5 करोड़ घंटे लगेंगे।
यानी अगले 4 महीनों में बैंक की शाखाएं सिर्फ एक्सचेंज में व्यस्त… pic.twitter.com/f2mwGtucNk
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि सरकार ने 30 सितंबर तक कालेधन के लिए खिड़की खोली है क्योंकि नोट जमा करने वालों और पैसे के स्रोत के बारे में कोई सवाल करने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश के 11 करोड़ किसानों और 6 करोड़ छोटे एवं मझोले कारोबारियों को दिक्कतों का सामना करना होगा। उन्हें भीषण गर्मी में कतार लगाकर नोट बदलवाने होंगे, जबकि उनके पास कुछ ही नोट होंगे।
वल्लभ ने नोटबंदी को ‘सबसे बड़ी संगठित लूट’ करार देते हुए कहा कि सरकार को एक समग्र श्वेत पत्र लाना चाहिए। यह बताना चाहिए कि 2000 रुपए का नोट क्यों लाया गया और अब इसे क्यों वापस लिया जा रहा है।
आरबीआई ने इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। 2000 रुपये का नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बना रहेगा। भाषा Edited By : Sudhir Sharma
from समाचार https://ift.tt/G7Klghx
via IFTTT
Post A Comment
No comments :