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Kodo Millet से सेहत को मिलते हैं गजब के फायदे , मोटापे और डायबिटीज में है लाभदायक

Kodo Millet Benefits in Hindi : बाजार में मौजूद सभी बाजरों के बीच कोदो बाजरा सबसे ज्यादा सूखे प्रतिरोध के साथ कम समय में ज्यादा उपज लिए जाना जाता है । कोदो बाजरा विटामिन, मिनरल्स,सल्फर और फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होता है, इसलिए इसे “न्यूट्रिया-अनाज” भी कहा जाता है। इसमें अमीनो एसिड का भी एक बड़ा स्रोत है, जैसे लाइसिन, थ्रेओनीन, वेलिन, सल्फर युक्त अमीनो एसिड। कोदो बाजरा अनाज में 8.3 प्रतिशत प्रोटीन की मात्रा होती है जिसमें सबसे जरुरी प्रोटीन ग्लूटेलिन होता है। इसमें गेहूं (1.2%) की तुलना में कच्चे फाइबर (9%) की उच्च मात्रा होती है, और इसमें 66.6% कार्बोहाइड्रेट, 2.4% खनिज और 1.4% फैट भी होती है।

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बाजरा में अल्फा-ग्लूकोसिडेज़ और अग्न्याशय एमाइलेज जैसे फेनोलिक्स होते हैं । जो जटिल कार्बोहाइड्रेट के एंजाइमैटिक हाइड्रोलिसिस को रोकने की कोशिश की जा सकती है जो पोस्टप्रैंडियल हाइपरग्लेसेमिया को कम करते हैं।

जानिए किस-किस बीमारी में होता है कारगर
- बाजरा फेनोलिक एसिड, टैनिन और फाइटेट्स से भरपूर होता है। इसका असर बिलकुल "एंटी- नुट्रिएंट्स ***** के जैसे होता है ।हांलांकि ये एंटी-नुट्रिएंट्स कोलन और ब्रेस्ट कैंसर ( स्तन कैंसर) के खतरे को कम कर देता है । बाजरे में फिनोलिक्स होता है जो कैंसर की शुरुआत को रोकने में मददगार भी साबित हुआ है।
- मोटापा, धूम्रपान, अनहेअल्थी डाइट (अस्वास्थ्यकर पोषण) और फिजिकल इनैक्टिविटी (शारीरिक निष्क्रियता) हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देते हैं। दुनिया के ज्यादातर देश बढ़ते हार्ट अटैक रेट का सामना कर रहे हैं। बाजरा में उच्च मात्रा में मुक्त कणों को हटाने की गतिविधि होती है जो हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है।
- कोदो बाजरा में अधिक मात्रा में लेसिथिन होता है और यह नर्वस सिस्टम को मजबूत करने के लिए सबसे अच्छा होता है ।

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- कोदो बाजरा में फेनोलिक कंपाउंड और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट की मात्रता से भरपुर होता है। ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मुक्त कणों से लड़ने, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और सेल्स को नुक्सान पहुचने से बचाता है।

-कोदो बाजरा नैचुरली ग्लूटेन-फ्री है, इसीलिए ये सीलिएक डिजीज और या ग्लूटेन सेंस्टिविटी वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है। दूसरे कुछ अनाजों की तुलना के मुकाबले इसे पचाना बहुत आसान होता है, जिससे इसका असर हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर अच्छा डालता है।



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