सुंदरता उम्र के बंधन से परे, जीत के लिए हौसला काफी
ब्यूनस आयर्स. अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में रहने वाली वकील-पत्रकार एलेजांद्रा मारिसा रोड्रिग्ज ने 60 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स ब्यूनस आयर्स का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। दुनियाभर की सौंदर्य प्रतियोगिताओं के इतिहास में पहली बार किसी बुजुर्ग महिला ने खिताब जीता है। एलेजांद्रा ने इन प्रतियोगिताओं की इस प्रचलित धारणा को तोड़ दिया कि सुंदरता के मापदंड सिर्फ युवाओं तक सीमित हैं।
एलेजांद्रा मारिसा रोड्रिग्ज ने प्रतियोगिता में 34 युवा सुंदरियों को पछाड़ा। ताज पहनने के बाद उन्होंने कहा, ‘ब्यूटी कॉन्टेस्ट में नई इबारत का प्रतिनिधित्व करने को लेकर उत्साहित हूं। हम एक नई शुरुआत कर रहे हैं, जहां महिलाएं सिर्फ शारीरिक सुंदरता तक सीमित नहीं हैं। मैं सभी महिलाओं से कहना चाहती हूं कि सुंदरता की कोई उम्र नहीं होती। हौसले से हम बाधाओं को तोड़ सकते हैं।’ पहले अर्जेंटीना में इस प्रतियोगिता में सिर्फ 18 से 28 साल की महिलाएं हिस्सा ले सकती थीं। पिछले साल वहां के मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन ने 1958 से लागू उम्र की सीमा हटा दी थी।
महिला सशक्तीकरण की कोई सीमा नहीं
रोड्रिग्ज अब 25 मई को मिस यूनिवर्स अर्जेंटीना प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। उनका मुकाबला 18 से 40 साल की सुंदरियों से होगा। अगर उन्होंने यह प्रतियोगिता जीती तो सितंबर में मैक्सिको में होने वाली मिस यूनिवर्स 2024 प्रतियोगिता में वह अर्जेंटीना का प्रतिनिधित्व करेंगी। उन्होंने मजाक में कहा, शायद मेरी कामयाबी के पीछे मेरा एकल होना भी है। मैं दिखाना चाहती हूं कि महिला सशक्तीकरण की कोई सीमा नहीं है।
परिपक्व महिलाओं के लिए खुले द्वार
तलाकशुदा रोड्रिग्ज की जीत से सौंदर्य प्रतियोगिताओं में परिपक्व महिलाओं के लिए दरवाजे खुल गए हैं। रोड्रिग्ज के मुताबिक उनकी फिटनेस का राज कसरत और स्वस्थ भोजन है। वह सप्ताह में तीन बार वर्कआउट के साथ समय-समय पर उपवास करती हैं। उन्होंने आत्मविश्वास बढ़ाने और मंच कौशल पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि जजों ने मेरे आत्मविश्वास और जुनून पर ज्यादा गौर किया होगा।
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