हिंडनबर्ग के खुलासे पर भड़की AAP, सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी मोदी सरकार
क्या सरकार को थी भनक : आप नेता संजय सिंह ने भी एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि हिंडनबर्ग खुलासे की भनक लग गई थी 3 दिन पहले मोदी ने संसद का सत्र समाप्त कर दिया। मोदी सरकार सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबी है। अपने दोस्त अडाणी को बचाने के लिए मोदी जी ने उसी SEBI अध्यक्ष से जांच कराई जिसने अडाणी के साथ मिलकर घोटाला किया। SC अपने फैसले पर पुनर्विचार करे।
हिंडनबर्ग खुलासे की भनक लग गई थी 3 दिन पहले मोदी ने संसद का सत्र समाप्त कर दिया।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 11, 2024
मोदी सरकार सिर से पाँव तक भ्रष्टाचार में डूबी है।अपने दोस्त अडानी को बचाने के लिए मोदी जी ने उसी SEBI अध्यक्ष से जाँच कराई जिसने अडानी के साथ मिलकर घोटाला किया।
SC अपने फ़ैसले पर पुनर्विचार करे।
इस…
कांग्रेस ने केंद्र से अडाणी समूह की नियामक जांच में हितों के सभी टकराव को खत्म करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। पार्टी ने कहा कि देश के सर्वोच्च अधिकारियों की मिलीभगत का समाधान केवल घोटाले की पूर्ण जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति गठित करके ही किया जा सकता है।
इस घटनाक्रम पर एक बयान में, कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने कहा कि सेबी की अडाणी महाघोटाले की जांच करने में विचित्र अनिच्छा को खासकर सुप्रीम कोर्ट की विशेषज्ञ समिति द्वारा लंबे समय से देखा जा रहा है।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोपों संबंधी हिंडनबर्ग की पोस्ट को टैग करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, 'क्विस कस्टोडिएट इप्सोस कस्टोडेस’ (चौकीदार की चौकीदारी कौन करेगा?)।'Here is the statement by Shri @Jairam_Ramesh, MP, General Secretary (Communications), AICC,
— Congress (@INCIndia) August 10, 2024
on the latest Hindenburg Research revelations. pic.twitter.com/FMpFIuvYgu
क्या है हिंडनबर्ग का आरोप : हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि सेबी की अध्यक्ष बुच और उनके पति के पास अडाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। ALSO READ: Hindenburg की नई रिपोर्ट, SEBI चेयरमैन और अदाणी ग्रुप के बीच बताया कनेक्शन
हिंडनबर्ग ने अडाणी पर अपनी पिछली रिपोर्ट के 18 महीने बाद एक ब्लॉगपोस्ट में आरोप लगाया कि सेबी ने अडाणी के मॉरीशस और ऑफशोर शेल संस्थाओं के कथित अघोषित जाल में आश्चर्यजनक रूप से रुचि नहीं दिखाई है। शॉर्ट-सेलर ने व्हिसलब्लोअर दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि सेबी की वर्तमान प्रमुख माधवी बुच और उनके पति के पास अदाणी धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी।
NEW FROM US:
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
Whistleblower Documents Reveal SEBI’s Chairperson Had Stake In Obscure Offshore Entities Used In Adani Money Siphoning Scandalhttps://t.co/3ULOLxxhkU
हिंडनबर्ग का आरोप है कि इन फंड का इस्तेमाल धन की हेराफेरी करने और समूह के शेयरों की कीमत बढ़ाने के लिए किया गया था।
Edited by : Nrapendra Gupta
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