भीमा कोरेगाव हिंसाचार: पुणे पुलिस को चाहिए FBI की मदद
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पिछले वर्ष हुए भीमा कोरेगाव हिंसाचार प्रकरण में माओवादी संघटनाओं से सांठ गाठ का आरोप रखे गए वरवरा राव के घर से जब्त की गयी हार्ड डिस्क का डाटा रिकवर करने के लिए पुणे पोलिस अब फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन (FBI) की मदद लेने की तैयारी में हैं.
फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन (FBI) एक प्रसिद्द अमेरिकी सरकारी ख़ुफ़िया एजेंसी हैं, जिसने कई अंतर्राष्ट्रीय कारनामों को आज तक अंजाम दिया हैं.
Bhima Koregaon violence case: Pune police to take help of the US based Federal Bureau of Investigation (FBI) to retrieve data from damaged hard disc recovered from Varavara Rao's house, an accused in the case. A team of India's forensic experts&police will soon travel to the USA.— ANI (@ANI) December 26, 2019
भीमा कोरेगाव हिंसाचार मामले में वर्णन गोंसालविस, सुधा भारद्वाज, अरुण परेरा, गौतम नवलखा और वरवरा राव को माओवादी संघटनाओं से सम्बन्ध होने के आरोप लगाए गए हैं. इसमें वरवरा राव भारत के तेलंगाना के एक कम्युनिस्ट कार्यकर्ता, प्रसिद्ध कवि, वरिष्ठ पत्रकार, तेलगु भाषा के जाने माने साहित्यिक, आलोचक और वक्ता हैं.
भीमा कोरेगाव के ऐतिहासिक विजय स्तम्भ को अभिवादन करने के लिए हर वर्ष 1 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन होता हैं, जिसमे पूरे महाराष्ट्र से हजारो लोग आते हैं. बीते वर्ष 1 जनवरी २०१८ को यहाँ हिन्दू संघटन और दलित संघटनों के बीच हिंसक झड़प हुयी थी.
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