कोरोना बना महाराष्ट्र 11 हजार कैदियों के लिए `पैरोल`दाता
राज्य सरकार द्वारा लिया गया फैसला
File Photo
इस समय महाराष्ट्र में कोरोना का काफी ज्यादा प्रभाव दिखाई दे रहा है. राज्य में कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 100 के पार हो चुकी है. सरकार की ओर से लाॅक डाउन घोषित किया गया है. साथ ही लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है.
कोरोना वाइरस के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टन्स काफी जरुरी होता है. लेकिन जेलों में बंद कैदियों को एक-दूसरे से दूर रखना संभव नहीं होता है. इसी स्थिति को देखते हुए राज्य की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को पैरोल पर छोड़ने का फैसला किया गया है.
राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इस संदर्भ में आदेश निर्गमित किए है. देशमुख ने एक ट्वीट के माध्यम से सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है. ट्वीट में उन्होंने कहा है कि, सात वर्ष तथा उससे कम सजायाफ्ता 11 हजार कैदियों को सरकार की ओर से पैरोल दिया जाएगा. अगले सप्ताह तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगा.Nearly 11,000 convicts & undertrials who are imprisoned for offences with prescribed punishment up to 7 years or less should be released on emergency parole or furlough to reduce overcrowding in prisons & to contain #COVID19 outbreak: Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh pic.twitter.com/TdQRu9OR7P— ANI (@ANI) March 26, 2020
इस तरह का फैसला लेकर सरकार का यही प्रयास है कि, जेल में बंद कैदियों में तथा उनसे दूसरे लोगों तक कोरोना का संक्रमण ना पहुंचे. कोरोना संक्रमण भले ही दुनिया के लिए इस समय एक महासंकट बन गया हों, लेकिन कैदियों के लिए कुछ दिनों के लिए ही सही लेकिन मुक्ति का कारण बन गया है.
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