`तो` कोरोना वाइरस से ब्रीटेन-अमरीका में हो सकती है लाखो मौतें
केवल नियंत्रण नहीं, कोरोना को जड़ से ख़त्म करने के प्रयास जरुरी: लंदन स्थित इम्पिरीयल काॅलेज की रिपोर्ट
File Photo
नई दिल्ली - इस समय दुनिया भर में फैले कोरोना वाइरस को खत्म करने के आक्रामक प्रयास नहीं किए गए और केवल इसके परिणामों को कम करने का प्रयास किया गया तो भविष्य में ब्रीटन, अमरीका जैसे देशों में लाखो लोगों की मौतें होने का चौंकाने वाला अंदेशा ब्रीटेन के एक महाविद्यालय की विशेषज्ञों की टीम ने जताया है. इस रिपोर्ट को अब ब्रीटेन की सरकार कौ सौंपा गया है. रिपोर्ट में उपाययोजनाओं की जानकारी भी दी गई है.
बता दें कि, चीन से शुरू हुए कोरोना वाइरस का संक्रमण इस समय पूरी दुनिया में कहर ढा रहा है. अब इससे चीन, इटली, इरान, स्पेन समेत विभिन्न देशों में करीब 8 हजार मौतें हो चुकी है, जबकि दो लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आए है. इस स्थिति को लेकर दुनिया भर के अभ्यासकों, विश्लेषकों और विशेषज्ञों में अनुसंधान चल रहा है.
इन विभिन्न तरह के अनुसंधानों में कई तरह की जानकारी और खुलासे सामने आ रहे है. लंदन स्थित इम्पिरीयल काॅलेज में कोरोना वाइरस के अभ्यास के लिए एक कोविड-19 रिस्पाॅन्स टीम का गठन किया गया है. इस टीम के सदस्यों ने कोरोना के संदर्भ में अध्ययन कर एक रिपोर्ट तैयार की जो जो पियर रिव्यूड जर्नल में प्रकाशित नहीं हुयी है. इस रिपोर्ट को सीएनएन डाॅट काॅम द्वारा प्रकाशित (Click here) किए जाने की जानकारी एनडीटीवी इंडिया द्वारा सार्वजनिक की गई है.
इस खबर के मुताबिक इम्पिरीयल काॅलेज की इस टीम ने रिपोर्ट में कहा गया है कि, कोरोना के संक्रमण को तेजी से खत्म करने प्रयास होने चाहिए ना कि इसके प्रकोप को धीमा करने या उसे रोकने के प्रयास. अगर इसे केवल धीमा करने या रोकने के प्रयास किए गए तो भविष्य में इसके भयंकर परिणाम हो सकते है.
अगर इसे केवल धीमा करने के प्रयास किए गए तो भविष्य में ब्रीटेन में कम से कम ढाई लाख लोग तथा अमरीका जैसे देश में 10 लाख लोगों की जानें जा सकती है. साथ ही विश्व में इस महामारी का फैलाव हुआ तो काफी गंभीर परिणाम मानव जाति को भुगतने पड़ सकते है.
इस रिपोर्ट में विभिन्न तरह के सुझाव भी कोरोना वाइरस के संक्रमण को रोकने के संदर्भ में बताए गए है. इस रिपोर्ट को ब्रीटेन की सरकार को सौंपा गया है. ब्रीटेन के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वाॅलेन्स ने इम्पिरीयल काॅलेज के रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की है. साथ ही इस रिपोर्ट पर सरकार के विशेषज्ञ लोग अध्ययन कर रहे है, ऐसी जानकारी उन्होने दी.
वहीँ दूसरी ओर भारत में केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए कठोर उपायों को लागू कर इसे नियंत्रण में रखने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारत में प्रतिनिधि हेंक बेकडैम ने भारत सरकार के प्रयासों के तारीफ़ के पूल बांधे हैं.
वहीँ दूसरी ओर भारत में केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए कठोर उपायों को लागू कर इसे नियंत्रण में रखने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के भारत में प्रतिनिधि हेंक बेकडैम ने भारत सरकार के प्रयासों के तारीफ़ के पूल बांधे हैं.
एनडीटीवी की इस खबर के मुताबिक इस समय ब्रीटेन और अमरीका की ओर से कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाए जा रहे है. अमरीका ने 15 दिनों के आपातकाल की घोषणा की है, ताकि संक्रमण को फैलने से बचाया जा सके. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी दक्षीण-पूर्वी देशों को कोरोना वाइरस का संक्रमण रोकने के संदर्भ में कई सारे सुझाव दिए गए है और हिदायत दी गई है कि, कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए यह देश कड़े कदम उठाए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण-पूर्वी एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि, इन देशों में हालात काफी तेजी से बदल रहे हैं. हमें कोरोना से और ज्यादा लोगों को संक्रमित होने से रोकने के लिए कठोर प्रयास करने की आवश्यकता है.
दक्षिण पूर्वी एशिया के डब्ल्यूएचओ के कुल 11 सदस्य देश हैं. इनमें से आठ देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण होने मामले सामने उजागर हुए हैं. जिसमें थाइलैंड में सबसे अधिक 177, भारत में 137, इंडोनेशिया में 134, श्रीलंका में 19, मालदीव में 13, बांग्लादेश में 5 और नेपाल और भूटान में एक-एक मामला सामने आया है.
Post A Comment
No comments :