एमआईटी डब्ल्यूपीयू के ‘भारत अस्मिता राष्ट्रीय पुरस्कार’ की घोषणा
विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने वाले विशेषज्ञ होंगे सन्मानीत
पुणे : एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी, भारत अस्मिता फाउंडेशन और एमआईटी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट की ओर इस वर्ष के भारत अस्मिता राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा की गई है.
यह पुरस्कार हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के डीन डॉ. श्रीकांत दातार, लद्दाख के युवा सांसद जामयांग त्योरिंग नामग्याल, बायोकॉन की कार्यकारी अध्यक्षा पद्मभूषण डॉ. किरण मुजुमदार शॉ, जाने माने शास्त्रीय गायिका पद्मभूषण डॉ. प्रभा अत्रे, और जानी मानी फिल्म निर्माता और लेखिका पद्मभूषण सई परांजपे को सम्मानित किया जाएगा.
साथ ही यूएसए के विश्व प्रसिद्ध पेशेवर सलाहकार, लेखक और विचारक डॉ. राम चरण को नवाजा जाएगा. ऐसी घोषणा एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के कार्यकारी अध्यक्ष और भारत अस्मिता राष्ट्रीय पुरस्कार समिति के संयोजक राहुल विश्वनाथ कराड ने की.
यह पुरस्कार का १७ वां वर्ष है. इस पुरस्कार के रूप में सवा लाख रूपए, प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह दिया जाएगा. यह समारोह ३ फरवरी की सुबह १० बजे ऑनलाइन होगा.
प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. पद्मविभूषण डॉ. रघुनाथ माशेलकर, विश्व प्रसिद्ध कंप्यूटर विशेषज्ञ पद्मभूषण डॉ. विजय भटकर और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवसिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड द्वारा प्रदान किया जाएगा.
डॉ. श्रीकांत दातार एक प्रसिद्ध शिक्षक विशेषज्ञ होने के साथ हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के ११ वे डीन है. सांसद जामयांग त्योरिंग नामग्याल ने लद्दाख के युवाओं के मुद्दे केंद्र सरकार के समक्ष उठाए गए है और उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं को लागू कर लोगों का जीवन स्तर में सुधार लाने का काम किया.
प्रभा अत्रे ने भारतीय संगीत क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है. पद्मभूषण सई परांजपे एक प्रसिद्ध निर्देशक और पटकथा लेखक है. हेल्थकेयर क्षेत्र में डॉ. किरण मुजुमदार शॉ ने अतुलनीय कार्य किया है. और डॉ. रामचरण यह एक विश्व प्रसिद्ध व्यवसाय सलाहकार, लेखक और वक्ता है.
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ उपलब्धियों के लिए यह भारत अस्मिता राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है. इस पुरस्कार का उद्देश्य युवा पीढी को काम के प्रति जागरूक करना और उन्हें उस मार्ग पर चलने के लिए राजी करना है.
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