'आयएनएस शिवाजी' को सूर्यदत्त नेशनल स्कूल के छात्रों की भेंट
'सूर्यदत्त' के छात्रों ने अनुभव किया भारतीय नौसेना का सामर्थ्य
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'आयएनएस शिवाजी' जहाज को भेंट कर जानकारी लेते हुए सूर्यदत्त नेशनल स्कूल के छात्र एवं शिक्षक. |
यहाँ परमाणु, जैविक और रासायनिक जैसे सभी घटनाओं को नियंत्रण में कैसे लाया जाता है, यह बताया गया. न्यूक्लियर, बायोलॉजिकल और केमिकल डिफेन्स (NBCD) स्कूल के तीनो सिम्युलेटर उपलब्ध है, ऐसी आशिया में पहली स्कूल है. सूर्यदत्त नॅशनल स्कूल के छात्रों और शिक्षकों को ३७ साल सेवा किए भारतीय नौदल अधिकारी एस. एन. सिंग को मिलने का मौका मिला.
छात्रों को 'अझर' नाम के फायर फाइटिंग ट्रेनिंग फॅसिलिटी (FFTF) में जाने और वहा के सिस्टिम को देखने का अवसर प्राप्त हुआ. इंजन रूम में आग को नियंत्रण में लाने का प्रशिक्षण यहाँ दिया जाता है. मेस डेक, डैमेज कंट्रोल हेडक्वार्टर के बारे में जानकारी दी गई. इमरजेंसी लाइफ ब्रीदिंग, अग्निशमन सूट के बारे में बताया गया.
'अक्षत' नाम के सिमुलेटर का निरीक्षण किया जो जहाज की हूबहू नकल है। यहां नाविकों को डूबते जहाज को बचाने की ट्रेनिंग दी जाती है। यह गोवा शिपयार्ड द्वारा निर्मित है। एक अजेय सिम्युलेटर पर छात्रों को परमाणु, जैविक और रासायनिक हमले के तरीकों का प्रदर्शन किया गया। रासायनिक युद्ध संवहन के बारे में सीखा। किसी भी देश को रासायनिक हथियार रखने की अनुमति नहीं है; क्योंकि इससे जीवन को बहुत नुकसान होता है। छात्रों को यह भी बताया गया कि दर्दनाक मौत होती है।
थियेटर में छात्रों को नौसेना पर आधारित एक शाॅर्ट फिल्म दिखाई गई। छात्रों ने एक जवान के जीवन और रोमांच का अनुभव किया। छात्र समझते हैं कि भारतीय नौसेना अवसर का एक महासागर है जो जिम्मेदारी, गर्व, सफलता, उद्देश्य और प्रगति प्रदान करती है। सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सहायक उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा, प्रिंसिपल श्रीमती शीला ओक के मार्गदर्शन में शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा इस दौरे की योजना बनाई गई थी।
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