गोवा विस अध्यक्ष ने कहा, ‘मुख्यमंत्री का कर्मचारी’ टिप्पणी के लिये जीएफपी विधायक सरदेसाई माफी मांगें
गोवा विधानसभा के अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने मंगलवार को गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के विधायक विजय सरदेसाई से माफी की मांग की, जिन्होंने उन्हें ‘मुख्यमंत्री का कर्मचारी’ बताया था। सरदेसाई की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री सावंत ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा कि विपक्षी विधायकों का व्यवहार “गोवा में लोकतंत्र के लिए वास्तविक खतरा” है। विपक्षी विधायकों ने हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के मुलाकात से मना करने के बाद अपनी मांगों को रखने के लिए राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई के साथ एक बैठक तय की है। पोरवोरिम में संवाददाताओं से बात करते हुए, तावड़कर ने कहा कि वह तब तक विपक्षी विधायकों से नहीं मिलेंगे, जब तक कि सरदेसाई अपने बयान के लिए माफी नहीं मांग लेते।
उन्होंने दावा किया कि विधायक का बयान विधानसभा अध्यक्ष के पद का अपमान है। सरदेसाई ने सोमवार को मांग की थी कि 16 से 19 जनवरी तक होने वाले विधानसभा के आगामी सत्र में अध्यक्ष को ‘गैर सरकारी कामकाज दिवस’ शामिल करना चाहिए। जीएफपी विधायक ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि विधानसभा अध्यक्ष “मुख्यमंत्री के कर्मचारी” की तरह काम कर रहे हैं। तावड़कर ने कहा कि उन्होंने नेता विपक्ष यूरी अलेमाओ को पहले ही सूचित कर दिया है कि जब तक सरदेसाई माफी नहीं मांगते, वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे।
तावड़कर ने कहा, “विधानसभा सत्र की अवधि सरकार द्वारा तय की जाती है, जबकि सत्र में कामकाज कार्य मंत्रणा समिति द्वारा तय किया जाता है। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है।” उन्होंने विपक्षी विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष के पद को अनावश्यक रूप से विवाद में घसीटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विपक्षी सदस्यों को मीडिया में जाने और उनके खिलाफ कोई भी बयान देने से पहले उनसे मिलना चाहिए था। अध्यक्ष ने कहा, “मैं उनकी मांग को समझने और राज्य सरकार के समक्ष पेश करने की कोशिश करता।” इस बीच, विपक्षी विधायकों ने अपनी मांगों को लेकर राज्यपाल पिल्लई से मुलाकात तय की है। एक वरिष्ठ विधायक ने कहा कि वे आज राज्यपाल से मिल रहे हैं।
from Hindi News - News in Hindi - Latest News in Hindi | Prabhasakshi https://ift.tt/5u6IM4Y
via IFTTT
Post A Comment
No comments :