गाजा में इजराइल के हमले में 85 लोगों की मौत : स्वास्थ्य अधिकारी
गाजा पट्टी में रात भर हुए इजराइल के हमलों में कम से कम 85 लोग मारे गए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बढ़ती अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध को और तेज कर दिया है।
इजराइल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओरन मर्मोरस्टीन ने बताया कि मंगलवार दोपहर को केरम शालोम क्रॉसिंग के माध्यम से सहायता आपूर्ति वाले दर्जनों ट्रकों ने गाजा में प्रवेश करना शुरू कर दिया।
इन ट्रकों में आटा, सामुदायिक रसोईघरों के लिए खाना, बच्चों के लिए खाद्य सामग्री और चिकित्सकीय सामग्री शामिल थी। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र (संरा) का कहना है कि गाजा में राहत सामग्री की नई आपूर्ति शुरू होने के दो दिन बाद भी फलस्तीनियों तक कोई सहायता नहीं पहुंच पाई है।
गाजा को करीब तीन महीने से इजराइली नाकेबंदी का सामना करना पड़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद इजराइल ने इस सप्ताह फलस्तीनी क्षेत्र में ‘‘न्यूनतम’’ सहायता की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की। उसने हमास आतंकवादी समूह पर दबाव बनाने के प्रयास में भोजन, दवा और ईंधन के प्रवेश को रोक दिया था।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि यद्यपि राहत सामग्री गाजा पहुंच चुकी है, लेकिन सहायता कर्मी इसे वितरण केन्द्रों तक नहीं पहुंचा पाए हैं क्योंकि इजराइली सेना ने उन्हें इस आपूर्ति को अलग ट्रकों में लादने के लिए मजबूर किया।
मर्मोरस्टीन ने कहा कि इजराइल प्रतिदिन दर्जनों ट्रकों को मानवीय सहायता लेकर गाज़ा में जाने देगा, हालांकि यह संख्या पिछले युद्धविराम के दौरान प्रतिदिन प्रवेश करने वाले 600 ट्रकों से कहीं कम है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने सीमित सहायता की अनुमति मित्र देशों के दबाव में दी। हाल के दिनों में इजराइल ने इस क्षेत्र में एक और बड़ा हमला किया है।
उसका कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य हमास द्वारा बंधक बनाए गए कई लोगों को वापस लाने के लिए उस पर दबाव डालना और समूह को नष्ट करना है। नए हमले तेज होने के बीच इजराइल ने युद्ध से तबाह हुए क्षेत्र में ढाई महीने की नाकाबंदी के बाद सीमित मात्रा में सहायता की अनुमति देने पर सहमति जताई।
नाकाबंदी के कारण क्षेत्र में भोजन, दवा और ईंधन के साथ-साथ अन्य सामान की पहुंच बाधित हो गई थी। सोमवार को इजराइल के आचरण की आलोचना तब और तेज हो गई जब सहयोगी कनाडा, फ्रांस और ब्रिटेन ने प्रतिबंधों सहित देश के खिलाफ ‘‘ठोस कार्रवाई’’ की धमकी दी और इजराइल से गाजा में अपनी नयी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने का आह्वान किया।
नेतन्याहू ने आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि यह हमास के सात अक्टूबर, 2023 के हमले का ‘‘सबसे बड़ा जवाब’’ है। अब तक केवल कुछ ही ट्रक गाजा भेजे गए हैं, जिसके बारे में संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि यह भारी जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
इस साल की शुरुआत में युद्धविराम के दौरान प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक गाजा में दाखिल हुए थे। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तरी गाजा में दो हमलों में एक परिवार के मकान और आश्रय स्थल के रूप में काम कर रहे एक स्कूल को निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम 22 लोग मारे गए। मारे गए लोगों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे थे।
अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अनुसार, मध्य शहर दीर अल-बलाह में एक हमले में 13 लोग मारे गए और पास के नुसेरात शरणार्थी शिविर में एक और हमले में 15 लोग मारे गए। नासेर अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी शहर खान यूनिस में दो हमलों में 10 लोग मारे गए। इजराइल की सेना ने इस बारे में तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।
इजराइली सेना का कहना है कि वह केवल आतंकवादियों को निशाना बनाती है और नागरिकों की मौत के लिए हमास को दोषी ठहराती है क्योंकि यह समूह घनी आबादी वाले क्षेत्रों में काम करता है।
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