स्वतंत्रता सेनानी सावरकर की बदनामी करनेवाली कांग्रेस की पुस्तक पर लगें प्रतिबंध
भाजपा के शहराध्यक्ष विधायक लक्ष्मण जगताप ने रखी मांग
पुणे: स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को बदनाम करने वाली तथा उनका घोर अपमान करने वाली पुस्तक कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश में बांटी जा रही है. इस पुस्तक में सावरकर के संदर्भ में काफी आपत्तिजनक बातें बताई गई है. कांग्रेस की यह करतूत घोर निंदनीय है. इसकी सार्वजनिक रूप से कड़ी निंदा होनी चाहिए. साथ ही इस पुस्तक पर महाराष्ट्र में फौरन ही बैन लगाया जाए, ऐसी मांग भाजपा शहर अध्यक्ष और विधायक लक्ष्मण जगताप ने मांग की है.
एक विज्ञप्ति के जरिए कहा विधायक जगताप ने है कि, स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया है. उन्होंने एक ओर तो अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वहीं दूसरी ओर समाज की भलाई के लिए भी काफी काम किया है. सावरकर महाराष्ट्र के सपूत हैं, इसलिए मराठीभाषिक लोगों में उसके प्रति गर्व और सम्मान की भावना है. मगर, कांग्रेस सावरकर की हर मोर्चे पर मानहानि कर रही है. अपने नेताओं के कार्य को बड़ा करने के लिए कांग्रेस यह साजीश के तहत कर रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सावरकर के संदर्भ में आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब उन्हें बदनाम करने की नयी मुहीम कांग्रेस ने शुरू की है.
मध्य प्रदेश में पार्टी के कार्यक्रम में ही एक पुस्तक प्रकाशित हुई है. इस पुस्तक में सावरकर के बारे में आपत्तिजनक लेख हैं. कोई भी सावरकर प्रेमी इस मामले को बर्दाश्त नहीं कर सकता. इस तरह से कांग्रेस देश में तनाव की स्थिति पैदा करना चाहती है. सावरकर के बारे में कांग्रेस जो कुछ भी कर रही है उसका खामियाजा उन्हें निश्चित भुगतना पड़ेगा. कांग्रेस कुछ भी कर लें, लेकिन सावरकर के विचार कभी खत्म नहीं होंगे.
उन्होंने आगे लिखा कि, इस पुस्तक पर महाराष्ट्र में फौरन बैन लगाई जाए. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस निंदनीय घटना का संज्ञान लेकर किताब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. साथ ही, इस गंभीर मुद्दे पर शिवसेना अपनी भूमिका स्पष्ट करें, ऐसी मांग उन्होंने की.
पुणे: स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को बदनाम करने वाली तथा उनका घोर अपमान करने वाली पुस्तक कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश में बांटी जा रही है. इस पुस्तक में सावरकर के संदर्भ में काफी आपत्तिजनक बातें बताई गई है. कांग्रेस की यह करतूत घोर निंदनीय है. इसकी सार्वजनिक रूप से कड़ी निंदा होनी चाहिए. साथ ही इस पुस्तक पर महाराष्ट्र में फौरन ही बैन लगाया जाए, ऐसी मांग भाजपा शहर अध्यक्ष और विधायक लक्ष्मण जगताप ने मांग की है.
एक विज्ञप्ति के जरिए कहा विधायक जगताप ने है कि, स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया है. उन्होंने एक ओर तो अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वहीं दूसरी ओर समाज की भलाई के लिए भी काफी काम किया है. सावरकर महाराष्ट्र के सपूत हैं, इसलिए मराठीभाषिक लोगों में उसके प्रति गर्व और सम्मान की भावना है. मगर, कांग्रेस सावरकर की हर मोर्चे पर मानहानि कर रही है. अपने नेताओं के कार्य को बड़ा करने के लिए कांग्रेस यह साजीश के तहत कर रही है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सावरकर के संदर्भ में आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब उन्हें बदनाम करने की नयी मुहीम कांग्रेस ने शुरू की है.
मध्य प्रदेश में पार्टी के कार्यक्रम में ही एक पुस्तक प्रकाशित हुई है. इस पुस्तक में सावरकर के बारे में आपत्तिजनक लेख हैं. कोई भी सावरकर प्रेमी इस मामले को बर्दाश्त नहीं कर सकता. इस तरह से कांग्रेस देश में तनाव की स्थिति पैदा करना चाहती है. सावरकर के बारे में कांग्रेस जो कुछ भी कर रही है उसका खामियाजा उन्हें निश्चित भुगतना पड़ेगा. कांग्रेस कुछ भी कर लें, लेकिन सावरकर के विचार कभी खत्म नहीं होंगे.
उन्होंने आगे लिखा कि, इस पुस्तक पर महाराष्ट्र में फौरन बैन लगाई जाए. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस निंदनीय घटना का संज्ञान लेकर किताब पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. साथ ही, इस गंभीर मुद्दे पर शिवसेना अपनी भूमिका स्पष्ट करें, ऐसी मांग उन्होंने की.
Labels
Pune

Post A Comment
No comments :