डोनाल्ड ट्रम्प का दौरा अहमदाबादवासीयों के लिए बना मुसिबत
कई लोगों को दिए घर खाली करने के निर्देश
अहमदाबाद - अमरीका के विद्यमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जल्द ही एक भव्य कार्यक्रम अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होने जा रहा है, लेकिन यह दौरा इस समय अहमदाबाद के कई लोगों के जी का जंजाल बना हुआ है. क्योंकि इस दौरे की तैयारी के लिए कई लोगों के अपने घर खाली करने के निर्देश दिए गए है तथा झुग्गी बस्तियों के सामने दिवारें खड़ी कर देश की गरीबी को ढंकने का प्रयास किया जा रहा है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दोरे के लिए अहमदाबाद में जमकर तैयारियां चल रही है. इसके लिए पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है. जिस रास्ते से ट्रम्प का काफिला गुजरेगा उस रोड़ की मरम्मत की गई है. रंगरोवन का काम किया जा रहा है. कहा यह जा रहा है कि, इस दौरे का कुल खर्च 100 करोड़ से भी अधिक का है.
ज्ञात हों कि, डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका में नरेंद्र मोदी के लिए हाऊड़ी मोदी कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम की तर्ज पर केम छो ट्रम्प कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन यह कार्यक्रम करते हुए प्रशासन की ओर से काफी सख्ती बरती जा रही है, जिससे लोगों को काफी तकलिफों से गुजरना पड़ रहा है.
जिस रास्ते से ट्रम्प गुजरने वाले है, उस रास्ते पर आने वाली झुग्गियां छुपाने के लिए उनके सामने बड़ी दिवार खड़ी की जा रही है. इससे इन लोगों को रास्ते पर आने के लिए काफी तकलीफ होगी. साथ ही मोटेरा स्टेडियम के पास स्थित 45 झुग्गियों में रहने वाली सभी लोगों को अपने घर छोड़ने के निर्देश प्रशासन की ओर से दिए गए है.
इन सभी निवासियों को प्रशासन की ओर से नोटिसें थमाई गई है. यह सभी लोग निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर है. अगर घर छोड़ दिए तो हम रहेंंगे कहां, ऐसा सवाल इन मजदूर परिवारों का है. लेकिन प्रशासन ने ट्रम्प के दौरे के चलते इन लोगों को नोटिसेंं देने से इन्कार कर दिया है.
मजदूरों के यह घर महानगरपालिका के मालिकाना हक के है. इसलिए यह घर खाली करने के निर्देश देने का दावा प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. नोटीस में इन लोगों को 45 दिनों में घर खाली करने के निर्देश दिए है. खास बात यह कि, यह मियाद 25 फरवरी को यानी ट्रम्प के दौरे के दिन ही खत्म होने जा रही है. इसे संयोग कहे या और कुछ इस पर अभी भी संदेह बरकरार है.
इस बीच इन सारी तैयारियों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. विपक्ष का कहना है कि, मोदी सरकार देश के ठप्प विकास को ट्रम्प से ढंकने का असफल प्रयास कर रही है. इसके साथ ही लंदन से निकलने वाले अखबार इंडिपेन्डंट ने भी झुग्गियों के सामने दिवार बनाने के विषय पर संज्ञान लिया है.
अखबार ने दावा किया है कि, नरेंद्र मोदी कई वर्षों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे है. साथ ही वे पिछले पांच वर्षों से देश के प्रधानमंत्री है. लेकिन झुग्गियों के सामने दिवार बनाने के इस फैसले से मोदी सरकार के विकास के दावों की कलई खुल गई है. सरकार के इस फैसले से जनता को काफी तकलीफेंं झेलनी पड़ रही है, ऐसा दावा भी अखबार ने किया है.
File Photo
अहमदाबाद - अमरीका के विद्यमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का जल्द ही एक भव्य कार्यक्रम अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होने जा रहा है, लेकिन यह दौरा इस समय अहमदाबाद के कई लोगों के जी का जंजाल बना हुआ है. क्योंकि इस दौरे की तैयारी के लिए कई लोगों के अपने घर खाली करने के निर्देश दिए गए है तथा झुग्गी बस्तियों के सामने दिवारें खड़ी कर देश की गरीबी को ढंकने का प्रयास किया जा रहा है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दोरे के लिए अहमदाबाद में जमकर तैयारियां चल रही है. इसके लिए पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है. जिस रास्ते से ट्रम्प का काफिला गुजरेगा उस रोड़ की मरम्मत की गई है. रंगरोवन का काम किया जा रहा है. कहा यह जा रहा है कि, इस दौरे का कुल खर्च 100 करोड़ से भी अधिक का है.
ज्ञात हों कि, डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका में नरेंद्र मोदी के लिए हाऊड़ी मोदी कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस कार्यक्रम की तर्ज पर केम छो ट्रम्प कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन यह कार्यक्रम करते हुए प्रशासन की ओर से काफी सख्ती बरती जा रही है, जिससे लोगों को काफी तकलिफों से गुजरना पड़ रहा है.
जिस रास्ते से ट्रम्प गुजरने वाले है, उस रास्ते पर आने वाली झुग्गियां छुपाने के लिए उनके सामने बड़ी दिवार खड़ी की जा रही है. इससे इन लोगों को रास्ते पर आने के लिए काफी तकलीफ होगी. साथ ही मोटेरा स्टेडियम के पास स्थित 45 झुग्गियों में रहने वाली सभी लोगों को अपने घर छोड़ने के निर्देश प्रशासन की ओर से दिए गए है.
इन सभी निवासियों को प्रशासन की ओर से नोटिसें थमाई गई है. यह सभी लोग निर्माण क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर है. अगर घर छोड़ दिए तो हम रहेंंगे कहां, ऐसा सवाल इन मजदूर परिवारों का है. लेकिन प्रशासन ने ट्रम्प के दौरे के चलते इन लोगों को नोटिसेंं देने से इन्कार कर दिया है.
मजदूरों के यह घर महानगरपालिका के मालिकाना हक के है. इसलिए यह घर खाली करने के निर्देश देने का दावा प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. नोटीस में इन लोगों को 45 दिनों में घर खाली करने के निर्देश दिए है. खास बात यह कि, यह मियाद 25 फरवरी को यानी ट्रम्प के दौरे के दिन ही खत्म होने जा रही है. इसे संयोग कहे या और कुछ इस पर अभी भी संदेह बरकरार है.
इस बीच इन सारी तैयारियों को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. विपक्ष का कहना है कि, मोदी सरकार देश के ठप्प विकास को ट्रम्प से ढंकने का असफल प्रयास कर रही है. इसके साथ ही लंदन से निकलने वाले अखबार इंडिपेन्डंट ने भी झुग्गियों के सामने दिवार बनाने के विषय पर संज्ञान लिया है.
अखबार ने दावा किया है कि, नरेंद्र मोदी कई वर्षों तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे है. साथ ही वे पिछले पांच वर्षों से देश के प्रधानमंत्री है. लेकिन झुग्गियों के सामने दिवार बनाने के इस फैसले से मोदी सरकार के विकास के दावों की कलई खुल गई है. सरकार के इस फैसले से जनता को काफी तकलीफेंं झेलनी पड़ रही है, ऐसा दावा भी अखबार ने किया है.
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