Post Market Analysis : फार्मा सेक्टर ने मार्केट को फ्री-फॉल से बचाया
हैंग सेंग, कोस्पी, और निक्केई सहित सभी एशियाई बाजार निचले स्तर पर खुले और 1% से 3% नीचे बंद हुए. बड़े पैमाने पर बिकवाली के बीच, सेंसेक्स भी 1,011 अंकों की गिरावट के साथ 30,636 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 9,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 8,981 अंक पर बंद हुआ. एंजल ब्रोकिंग के प्रमुख सलाहकार श्री अमरदेव सिंह ने बताया के ऐसी परिस्थिति में फार्मा सेक्टर ने मार्केट को फ्री-फॉल से बचाया.
एनएसई में निफ्टी फार्मा इंडेक्स ने सकारात्मक रैली देखी और 2.54% अधिक पर बंद हुआ. अरबिंदो फर्मा ने 19.12% की बढ़त के साथ इंडेक्स का नेतृत्व किया. इसके बाद डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज, कैडिला हेल्थ, दिविस लैबोरेट्रीज और सिप्ला ने क्रमशः 4.46%, 3.30%, 2.73% और 1.14% की बढ़त हासिल की. अलकेम लैबोरेट्रीज, बायोकॉन और सन फार्मा जैसे अन्य शेयरों में उतार-चढ़ाव दिखा और वे -1% से कम पर बंद हुए.
मार्केट ओवरव्यूः
एनएसई के 50-स्टॉक बेंचमार्क इंडेक्स में 43 शेयरों में गिरावट दर्ज हुई. जो गिने-चुने नहीं गिरे, उनमें डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज़ और सिप्ला जैसी फार्मास्युटिकल कंपनियां, ब्रिटानिया और नेस्ले जैसी एफएमसीजी कंपनियां और भारती एयरटेल के साथ-साथ भारती इंफ्राटेल भी शामिल थे.
सेंसेक्स में निगेटिव इन्वेस्टर सेंटिमेंट के कारण तीन को छोड़कर सभी शेयरों में गिरावट रही. इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे बैंकिंग शेयर क्रमशः 12.30%, 9.04%, 8.28% और 7.61% निगेटिव रैली के साथ सबसे अधिक प्रभावित हुए.
बैंक और ऑटो स्कॉक धराशायी
आज सबसे ज्यादा नुकसान बैंकिंग और ऑटो शेयरों को हुआ, जिनमें 5% से अधिक की गिरावट थी. पीएसयू बैंकों ने निजी बैंकों के खिलाफ तुलनात्मक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया और अपने सकल घाटे को 4% से कम रखा. यूको, जेएंडके बैंक, और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित कुछ पीएसयू बैंकों ने कच्चे तेल के बाजार में उथल-पुथल के बावजूद 16.27%, 7% और 5.66% की रैलियां दर्ज कीं.
क्रूड मार्केट में कंटैंगो कंटैगियन:
इस समय हम कच्चे बाजार में कंटैंगो नामक स्थिति देख रहे हैं. यहां फ्यूचर कॉन्ट्रेक्ट से स्पॉट कीमत कम है. ओकलाहोमा के कुशिंग में गोदाम भरे हुए हैं और नया तेल रखने की जगह नहीं है. जरूरत से अधिक सप्लाय हो जाने की वजह से वैश्विक क्रूड बाजार में काफी समय से अशांति है.
लॉकडाउन ने स्थिति को और खराब किया है और हाल के दिनों में मांग में गिरावट आई है. इससे कीमतों में गिरावट आई है. अगर ऐसा नहीं होता, तो वैश्विक तेल आपूर्तिकर्ताओं के बीच मूल्य युद्ध ने बाजार को और नुकसान पहुंचाया होता.
सोमवार को गोदाम में जगह न होने के कारण डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमतें गिरकर $37.63 प्रति बैरल पर आ गईं. नकारात्मक मूल्य का संकेत यह है कि तेल उत्पादक आपको गोदाम से तेल लेकर जाने के लिए पैसे चुकाएगा.
Tags - Pharma sector saves the market from free-fall
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